रिपोर्ट:- मुकेश ओझा
चित्तौड़गढ़ के स्थापना दिवस पर विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग के संरक्षण एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सुविधाओं और सुरक्षा के संबंध में श्रीराम सेवा समिति चित्तौड़गढ़ के धर्मेश भारती के सानिध्य में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोपा गया। समिति के पावन जागा ने बताया कि चित्तौड़गढ़ दुर्ग को रात्रि काल में पर्यटकों के लिए खुला रखा जाए जिससे पर्यटक रात्रि में विश्राम कर सके और स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके। दुर्ग पर विभाग की अनुमति से चौपाटी एवं खान-पान की व्यवस्था की जाए जिससे भी स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिले। दुर्ग पर महाराणा प्रताप एवं चित्तौड़गढ़ के महापुरुषों की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की जाए जिससे चित्तौड़ को एक नई पहचान मिले। वर्षों से बंद पड़े मृग वन को सुचारू रुप से शुरु कर पर्यटकों के लिए खोला जाए। दुर्ग पर रात्रि कालीन समय में रोड लाइट सुचारू रूप से चालू रखी जाए एवं समुचित लाइटों की व्यवस्था की जाए जिससे पर्यटकों को असुविधा न हो। मुख्य स्मारकों के आसपास पर्यटकों एवं आम जनता के लिए समुचित सुलभ शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। दुर्ग पर शराब एवं मादक पदार्थ की बिक्री एवं सेवन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाए। पाडन पोल से दुर्ग तक मुख्य स्थानों पर पर्यटकों एवं जनता के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए। दुर्ग पर बंद पड़े स्मारकों एवं मंदिरों का जिर्णोद्धार कर दर्शनार्थ खोला जाए व उनमें गार्ड एवं पुजारी नियुक्त किये जाए। विश्व प्रसिद्ध दुर्ग की जल संरक्षण की व्यवस्था को नष्ट होने से बचाने के पुख्ता उपाय किये जाए। पाडन पोल पर स्थित गोमुख झरने पर अवांछित तत्वों की रोकथाम करते हुए समुचित रखरखाव की व्यवस्था की जाए। चित्तौड़गढ़ के मुख्य चौराहो, सेतु एवं प्रमुख स्थानों का नामकरण चित्तौड़गढ़ के वीर महापुरुषों के नाम से किया जाकर एक विशेष पहचान दी जावे। दुर्ग पर प्रतिदिन पर्यटकों की संख्या बढ़ने से सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने के लिए पुलिस विभाग की नफरी बढ़ाई जाए। दुर्ग पर स्थित संवेदनशील इलाकों पर पुख्ता गार्ड की व्यवस्था कर अवांछित गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। विश्व हेरिटेज श्रेणी में होने के बावजूद चित्तौड़ दुर्ग पर आने-जाने के पृथक मार्ग मौजूद नहीं है जिससे ट्रैफिक जाम हो जाता है और समस्या बनी रहती है आने के लिए पृथक मार्ग की व्यवस्था की जाए जिससे आवागमन सुचारू चल सके। दुर्ग पर सुरक्षा को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर चारों तरफ 24×7 स्पष्ट नाइट विजन एवं वॉइस रिकॉर्डिंग के कैमरे लगाए जाए जिससे चित्तौड़ दुर्ग की सुरक्षा पूर्ण रूप से हो सके।
जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्य सचिव पर्यटन विभाग भारत सरकार, मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, मुख्य सचिव विश्व धरोहर/संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, मुख्य सचिव पुरातत्व विभाग भारत सरकार, मुख्य सचिव देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार को प्रेषित किया गया।
इस दौरान धर्मेश भारती, पवन जागा, पंकज तिवारी, रवि माली, मनोज वैष्णव, अनिल सुखवाल, मनीष चावला, अभिषेक गोस्वामी, सुनील सरगरा, शुभम सेन, मोनू गुर्जर, त्रिलोक अंचेरा, दीपक माली, विकास सैनी, अंकित सोनी, राहुल मेनारिया, गोपाल माली, कार्तिक वैष्णव, लक्की लोठ, बंटी लोहार, पंकज जागा, बंटी साहू आदि उपस्थित थे।